प्रदेश के सबसे पुराने राजकीय वल्लभ महाविद्यालय मंडी में शनिवार को बारिश के बीच खूब हंगामा हुआ। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कालेज से संबंधित मांगों को लेकर प्राचार्य का घेराव करने पहुंच गए तो प्राचार्य ने पुलिस को बुलाकर उन्हें बाहर खदेड़ दिया।
इस कारण से काफी तनातनी रही। परिषद के विभाग संयोजक विशाल ठाकुर ने आरोप लगाया कि प्राचार्य की तानाशाही से शिक्षा का मंदिर गुंडागर्दी तथा राजनीति का अखाड़ा बन गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विद्यार्थियों व परिसर से जुड़ी मांगों को लेकर 7 जुलाई को प्राचार्य से मिलने गए तो उन्होंने एक नहीं सुनी। 8 जुलाई को गए तो उन्होंने पुलिस को बुलाकर कार्यकर्ताओं जिनमें छात्राएं भी थी को पुलिस बल से बाहर खदेड़ दिया।
आरोप लगाया कि छात्राओं से दुर्व्यवहार व छात्रों के साथ मारपीट की गई। मांगों को लेकर जिला संयोजक चिराग ने कहा कि कालेज की शिक्षा गुणवता निरंतर कम हो रही है। यह कालेज हमेशा से ए ग्रेड रहा है मगर कालेज प्रबंधन की कारगुजारी से अब यह कालेज बी ग्रेड में आ गया है।
उन्होंने कहा कि कालेज परिसर में शौचालयों की हालत खस्ता है, इग्नू सेंटर में कई सालों से लिफ्ट खराब पड़ी है, कार्यक्रम करवाने के लिए कमरा तक उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न मांगों को लेकर जब भी प्राचार्य से बात करने जाते हैं तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। परिषद ने चेताया कि यदि विद्यार्थियों से जुड़ी मांगों को लेकर कालेज प्रशासन ने अपना रवैया नहीं बदला तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा।